तन्हाई (अज़ीमुद्दीन अहमद) मुझ सा तन्हा नहीं दुनिया में ख़ुदाया कोई मैं न अपना हूँ किसी का भी न मेरा कोई क्या मिला मुझ को
Category: Azeemuddin Ahmed
Payaam E Hasti Tabassum Ki Havas Ho Barq Ke Aasaar Paidaa Kar
पयाम-ए-हस्ती (अज़ीमुद्दीन अहमद) तबस्सुम की हवस हो बर्क़ के आसार पैदा कर जो गर ये आरज़ू हो चश्म-ए-दरिया-बार पैदा कर मरज़ ही क्या मुदावा जिस
Mukhaatibat E Aashiq Chaand Si Suurat Jo Dekhii
मुख़ातिबत-ए-आशिक़ (अज़ीमुद्दीन अहमद) चाँद सी सूरत जो देखी जान के लाले पड़े ज़ुल्फ़ रुख़ पर यूँ थी बिखरी मन पे जों काले पड़े किस ग़ज़ब
Maut O Hayaat Ek Dhokaa Hai Samajhte Ho Jise Maut O Hayaat
मौत-ओ-हयात (अज़ीमुद्दीन अहमद) एक धोका है समझते हो जिसे मौत-ओ-हयात ग़ौर से देखो न जीता है न मरता कोई आह कुछ खेल नहीं आलम-ए-इम्काँ का
Koyal Ai Chait Men Aane Vaali Koyal
कोयल (अज़ीमुद्दीन अहमद) ऐ चैत में आने वाली कोयल मुतलक़ खुलता नहीं तिरा राज़ ताइर तुझ को कहे मिरा दिल या जिस्म से ख़ाली
Ishq O Dosti Ishq Ko Ek Nazar Kaafi Hai
इश्क़-ओ-दोस्ती (अज़ीमुद्दीन अहमद) इश्क़ को एक नज़र काफ़ी है आगही पहले से दरकार नहीं दोस्ती बरसों की हम-राज़ी है जल्दी-बाज़ी का ये बाज़ार नहीं